Harsh Kumar
Friday, August 16, 2024
एक और कली
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कली एक और खिल गई है बाग में मेरे छोटी है, सुंदर है रोती है हँसती है, सोती है जगती है दूध पीती है सो जाती है हरदम मस्त रहती है अभी छो...
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